पेड़ पर चुड़ैल || Witch on the Tree ||
ये कहानी है दिल्ली से सटे एक पार्क की | पार्क हमेशा बच्चो के खेलने के लिए होता है | बच्चो की सारी थकान पार्क को देखकर ही दूर हो जाती है | एक पार्क ही होता है जहाँ लोगो को सुख शांति मिलती है | लेकिन क्यों शाम 6 बजे के बाद ये पार्क वीरान हो जाता है | लोग शाम 6 के बाद क्यों नहीं आते है | चलिए जानते है आखिर क्या वजह है:-
इस पार्क में एक बरगद का पेड है | लोगो का कहना है की इस बरगद के पेड़ पर एक चुड़ैल का वास है | वैसे तो यह पार्क लोगो के घुमने के लिए बनाया गया है | यहाँ लोग घुमने भी आते है लेकिन शाम 6 बजे के बाद ये पार्क बंद हो जाता है और शाम 6 बजे के बाद से ही ये पार्क सुनसान हो जाता है |
दरअसल कुछ साल पहले एक औरत ने इस पेड़ पर फांसी लगा ली थी और उसकी आत्मा ने इस पेड़ पर अपना डेरा डाल रखा है | यहाँ तक बहुत लोगो ने उसकी आत्मा को इस पेड़ पर उल्टा लटकते हुए देखा है | आस पास के लोगो ने इसे चुड़ैल का नाम दे दिया |
लोगो का कहना है की | एक बार तो कुछ बच्चे शाम 6 बजे के बाद पार्क की दीवार पार करके इस पेड़ के पास खेलने लगे और खेलते खेलते ये सभी बच्चे इस पेड़ की बेल पर लटकने लगे तभी उन बच्चो में से एक बच्चे की गर्दन बेलों का फंदा बन गई और उस बच्चे की मौत हो गई | ये देखकर सभी बच्चे वहां से भाग गए | जब उन्होंने अपने माता पिता को ये बात बताई तो सभी लोगो इस पेड़ के पास गए और वहां क्या देखा की वो बच्चा गायब था | उस बच्चे की बहुत तलाश की गई मगर उस बच्चे का कुछ पता नहीं चला | ये घटना सिर्फ एक बार नहीं हुई बल्कि बहुत बार हुई है |
लोगो का कहना है की ये चुड़ैल सिर्फ बच्चो को अपना शिकार बनाती है | जो बच्चा इस पेड़ के पास जाता है उस बच्चे को वश में करके उसे मार देती है | अब तक ये चुड़ैल काफी बच्चो को मार चुकी है | अब लोग इस चुड़ैल से बहुत डर गए थे | आखिरकार लोगों ने एक तांत्रिक बाबा को बुलाया |
तांत्रिक बाबा ने उस पेड़ को चारो तरफ से तंत्र मंत्र से बंद कर दिया और उस पेड़ में चार कीलो को गाड़ दिया है | जिससे की वो चुड़ैल पेड़ के अन्दर बंद हो गई | तांत्रिक बाबा ने लोगो के एक चेतावनी दी थी की अगर एक भी कील इस पेड़ से निकाली गई तो ये चुड़ैल वापस आ जाएगी |
लोगों ने बाबा की चेतावनी को ध्यान में रखकर पेड़ के पास जाली लगवा दी और एक बोर्ड भी लगवाया | उस बोर्ड पर लिखा था की इस पेड़ के पास जाना शख्त मना है |
Author (Tarun Kohli)
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