प्यार का इज़हार कैसे करूँ - मेरा पहला प्यार

वो मेरी बचपन की दोस्त थी उसके साथ खेलना उसके साथ लड़ाई करना उसके साथ घूमना | पढाई न करना बस उसके साथ खेलना और उसको खेलने के लिए बुलाना | ऐसा था बचपन मेरा | फिर वो और में धीरे धीरे बड़े होते गए |  

मुझे पता ही नहीं था की में कब उससे प्यार कर बेठा | में उससे इतना प्यार करने लगा था की बस जिंदगी भर उसके साथ रहना था | अगर वो मुझे दिखाई नहीं देती थी तो में बेचेन हो जाता था |


में हमेशा उसके घायलों में खोया रहता था | जब वो मुझे देखकर मुस्कुराती थी तो ऐसा लगता थी की भगवान ने रेगिस्तान में बारिश कर दी | उसकी मुस्कराहट इतनी प्यारी थी की में आपको बता नहीं सकता हूँ |

बस अब मुझे अपने प्यार का इज़हार करना था | लेकिन मुझे डर था की में कैसे कहूं की में तुमसे प्यार करता हूँ | मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था की में अपने प्यार का इज़हार कैसे करूं | 

मुझे इस बात का भी डर था की अगर मेने उसको आई लव यू बोल दिया और उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया तो | में अपने प्यार का इज़हार करने के लिए बेचैन था | 


में उसके बगेर एक पल भी नहीं रह सकता और अपने प्यार का इज़हार भी नहीं कर पा रहा हूँ | तू मेरे पास है लेकिन फिर भी दिल से दूर है |

कैसे बयां करू अल्फास नहीं है, 
दर्द का मेरे तुझे अहसास नहीं है,
दर्द मुझे ये है की, 
तू मेरे सामने होने के बाद भी मेरे पास नहीं है | 

में अन्दर ही अन्दर घुट रहा था | क्युकी ये मेरा पहला प्यार था | अगर मेरी बात का उसे बुरा लगा तो में क्या करूँगा | मेने उसे बाते घुमाकर भी आई लव यू बोलना चाह लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई | अब तो एक एक दिन काटना मुश्किल हो रहा है | 


दोस्तों प्लीज मेरी हेल्प करो मुझे बताओ की में कैसे कहूं की में उसे प्यार करता हूँ | दोस्त प्लीज कमेंट में जरुर बताना की में अपने प्यार का इज़हार कैसे करू |       

                                                                                                                                     Author (Tarun Kumar)