बिना सिर वाली चुड़ैल की कहानी || Most Haunted Railway Station || 

ये कहानी है एक रेलवे स्टेशन की जहाँ एक चुड़ैल ने अपना कब्ज़ा कर रखा था | इस रेलवे स्टेशन में इस चुड़ैल का साया था | ये रेलवे स्टेशन बहुत छोटा था और चारो तरफ से जंगल से घिरा हुआ था | इस स्टेशन पर दिन में तो हल चल रहती थी मगर शाम 6 बजे के बाद ये स्टेशन वीरान हो जाता था | 



ये कहानी है मुंबई से 350 किलो मीटर दूर एक गाँव की | इस गाँव से 2 किलो मीटर दूर एक रेलवे स्टेशन था | इस स्टेशन पर एक गरीब औरत रहा करती थी और आने जाने वाले लोगो से भीख माँगा करती थी | ये औरत अपना जीवन यापन भीख मांग कर करती थी | एक बार एक ट्रेन इस स्टेशन पर रूकती है और ये औरत ट्रेन की खिड़की से यात्रिओ से पैसे और खाना मांगती है तभी अचानक ट्रेन चलने लगती है और ये औरत उस ट्रेन के साथ-साथ दोड़ने लगती है तभी उस औरत का पैर पीसल जाता है और ये औरत ट्रेन के निचे आ जाती है |

लोग ट्रेन के निचे देखने लगते है और उस औरत को आवाज देने लगते है मगर उस औरत की कोई भी हलचल नहीं हुई | जैसे ही ट्रेन चली जाती है तब लोगो देखा की वो औरत मर जाती है और उस औरत की गर्दन शरीर से अलग हो जाती है | लोग ये देखकर घबरा जाते है और पुलिस को फ़ोन करते है | लोगो ने पुलिस को बुलाया और पुलिस उस औरत को लेकर चली गई | 

कुछ दिनों बाद कुछ लोग रात में स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने जाते है तभी अचानक पटरी के उस पार इन लोगो को एक औरत नज़र आती है जिसकी गर्दन उसके हाथ में थी | यह देखकर लोग वहां से भाग जाते है और गाँव के लोगो को बताते है लेकिन गाँव के लोग इनकी बात का विश्वास नहीं करते | फिर गाँव के लोगो ने यह तय किया की हम स्टेशन पर जाके देखेंगे | 



जब गाँव के लोग इस स्टेशन पर आये तो कोई भी नज़र नहीं आया | पूरा स्टेशन और जंगल छान मारा लेकिन कोई नज़र नहीं आया | जब सभी लोग स्टेशन पर एकजुट हुए तो अचानक वही बिना सिर वाली औरत सामने आ गई | ये देखकर सभी लोग भाग गए और सबने ये फेसला किया की कोई भी इस स्टेशन पर नहीं जायेगा | इसके बाद गाँव के लोगो ने इस औरत को बिना सिर वाली चुड़ैल का नाम दे दिया | ये चुड़ैल आज भी उसी स्टेशन पर घुमती है |   
     


                                                                                                                                        Author (Tarun Kohli)