बेगुन कोदार रेलवे स्टेशन

Most Haunted Railway Station of India || 

एक भूतिया रेलवे स्टेशन ||


आज की कहानी थोड़ी अजीब और डरावनी है | यह कहानी एक ऐसे रेलवे स्टेशन की है जहाँ पर 40 साल से एक भी ट्रेन नहीं रुकी है | इस स्टेशन से ट्रेन गुजरती तो है लेकिन रूकती नहीं है | जैसे ही ये स्टेशन आने वाला होता है वैसे ही ट्रेन पायलट ट्रेन की स्पीड बड़ा देता है | इसका एक ही कारण था और वो कारण था एक लड़की | इस स्टेशन को वीरान करने वाली एक लड़की थी | 





यह कहानी वेस्ट बंगाल की है | बंगाल की राजधानी कोलकाता से लगभग 250 किलोमीटर दूर पुरुलिया जिला पड़ता है | पुरुलिया जिले में एक गाँव है जिसका नाम है बेगुन कोदार | यहाँ पर एक भी रेलवे स्टेशन नहीं था और वहा के लोगो को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था | इसलिए लोगो की परेशानी को देखते हुए वहां पर एक रेलवे स्टेशन बनाया गया जिसका नाम था बेगुन कोदार रेलवे स्टेशन | चार पांच सालो तक सब ठीक ही चल रहा था | इसके बाद यहाँ पर एक स्टेशन मास्टर की पोस्टिंग होती है | जिसका नाम मोहन था और वो वंही सरकारी क्वार्टर में रहता था |

एक शाम अचानक उन्होंने देखा की एक लड़की ट्रेन के साथ साथ दोड़ रही है तो उन्होंने नज़र अंदाज कर दिया और उन्हें लगा की शायद वो लड़की ट्रेन पकड़ने के लिए दोड़ रही होगी | अगली शाम फिर से उस लड़की को ट्रेन के साथ तोड़ते हुए देखा ये देखकर उन्हें कुछ अजीब सा लगा | उन्हें लगा की ये लड़की ट्रेन के साथ दोड़ तो रही है लेकिन ट्रेन में चढ़ नहीं रही है | उन्होंने फिर से नज़र अंदाज कर दिया | लेकिन इस बार तो वो चोक गए क्यूंकि अगली शाम फिर से उसी लड़की को देखा और वो लड़की ट्रेन से भी तेज आगे निकल गई |

ये बात उन्होंने स्टेशन के सभी कर्मचारियो को बताई लेकिन किसी ने भी उनका विश्वास नहीं किया | सुबह होते ही वो उस लड़की की तलाश करने लगे लेकिन वो लड़की कही नज़र नहीं आई | शाम होते ही फिर से वही लड़की ट्रेन के साथ दोड़ती नज़र आई | यह देखकर वो बहुत डर गए थे फिर वो बीमार पड़ने लगे और कुछ दिनों बाद उनकी मौत हो गई | 

अब दुसरे स्टेशन मास्टर की पोस्टिंग हो जाती है | लेकिन वही लड़की इनको भी दिखने लगी और वो वहा से भाग जाते है और अपना ट्रांसफर करा लेते है | क्यूंकि वो लड़की वाली कहानी इन्होने भी सुनी थी | अब तीसरे स्टेशन मास्टर की पोस्टिंग हो जाती है लेकिन ये भी भाग जाता है | अब ये बात पुरे बेगुन कोदार गाँव में फेल चुकी थी | लोगो में भय होने लगा था की इस स्टेशन में कोई चुड़ैल या भूतनी है | लोगों ने अब इस स्टेशन पर आना ही छोड़ दिया | अब तो स्टेशन के बाकी कर्मचारी भी वहां से भाग जाते है | इस स्टेशन पर अब तो एक आदमी भी नज़र नहीं आता है और ये एक भूतिया रेलवे स्टेशन बन गया | 



अब तो गाँव वालो ने भी उस लड़की को भागते हुए और नाचते हुए देखा था यहाँ तक की स्टेशन के बगल में एक पेड है उस पेड पर लटकते हुए भी देखा था | अब तो कोई भी कर्मचारी इस स्टेशन पर अपनी पोस्टिंग नहीं कराता है | जब ये बात रेलवे के उच्च अधिकारिओ को पता चली तो उन्होंने इस स्टेशन को बंद कर दिया | इस स्टेशन पर ट्रेन तो आती है मगर रूकती नहीं है | धीरे धीरे ये स्टेशन वीरान हो गया | रेलवे ने इस स्टेशन को भूतिया रेलवे स्टेशन घोषित कर दिया | 

जब ट्रेन इस स्टेशन से गुजरती है तो ट्रेन में बेठे पैसेंजर अपने खिड़की दरवाजे सब बंद कर लेते थे ताकि उनकी आँखे इस स्टेशन को न देख ले | लोगों में इतना डर बेठ गया था | 

ये लड़की (भूतनी) कौन थी 

गाँव के लोगो का कहना था की एक लड़की जो ट्रेन पकड़ने के लिए भाग रही थी लेकिन वो ट्रेन के नीचे आ जाती है और उसकी मौत हो जाती है | उसी की आत्मा यहाँ भटकती है और ट्रेन के साथ साथ भागती है |