मेरी पहली हवाई यात्रा
बचपन का सपना हवाई यात्रा
बहुत से लोगो के अलग अलग सपने होते है | मेरे भी बहुत सारे सपने थे लेकिन सबसे पहला सपना मेरे यह था की में हवाई जहाज से यात्रा करू | जब में छोटा था तब छत पर से हवाई जहाज को उड़ते हुए देखता था | मेरी छत के ऊपर से हर 5 मिनट बाद एक हवाई जहाज उड़ता हुआ निकलता था | हवाई जहाज को उड़ते हुए देखते ही मेरे चेहरे पे जितनी ख़ुशी थी उतनी ही मायूसी थी | बस दिल और दिमाग में यही था की आखिर कब में हवाई जहाज में बेठुंगा और ऊपर से जमीन का नजारा देखूंगा | हमारी आर्थिक स्थिथी बिलकुल ठीक नहीं थी जिससे की में हवाई जहाज में बेठ सकु और अपने पिता को बोल सकु की मुझे हवाई जहाज की यात्रा करनी है | छत से हवाई जहाज को उड़ते हुए देखकर कब 15 साल बीत गए पता नही चला | चलिए जानते है की आखिर मेने पहली बार हवाई जहाज की यात्रा कैसे की |
आखिर में हवाई जहाज में बेठ गया
मेरी पढाई पूरी हो जाने और 15 साल बीत जाने के बाद अब में अच्छा कमाने लगा हूँ | मेने, मेरी और मेरे परिवार की देल्ही से मुंबई आने और जाने की हवाई जहाज की 6 टिकेट बुक कराई | यहाँ तक की मेने अपने परिवार को नहीं बताया की हम हवाई जहाज से मुंबई घुमने जा रहे है | क्युकी में उन्हें सरप्राइज देना चाहता था | उनको मेने सिर्फ यही बताया की हम मुंबई घुमने जा रहे है और वो भी ट्रेन से | अब सिर्फ एक दिन बचा था जहाज में बेठने के लिए हम पैकिंग कर रहे थे | आखिर वो घडी आ गई अब घर के बहार टेक्सी भी आ गई | माँ बोली बेटा रेलवे स्टेशन ही तो जाना है टेक्सी क्यों कराई बस से चलते बहुत पैसे बच जाते | लेकिन इन सबको क्या पता था की हम ट्रेन से नहीं बल्कि जहाज से जा रहे है | जेसे ही टेक्सी एअरपोर्ट के बहार पहुची सब चोक गए और कहने लगे ये कहा आ गए हम | मेने कहा हम ट्रेन से नहीं बल्कि हवाई जहाज से जा रहे है | ये सुनकर माँ और पिता के आँखों में आंशु आ गए | इनकी आँखों में आंशु देखकर मेरी भी आंखे भर आई | अब हम एअरपोर्ट के अन्दर जा रहे थे माँ और पिता थोड़े घबराये हुए थे | 2 घंटे तक हम एअरपोर्ट के अन्दर ही थे क्युकी उड़ान से 2 घंटे पहले आना पड़ता है | आखिर हम जहाज के अन्दर बेठ गए हवाई जहाज उड़ान भरने के लिए तैयार था | जहाज अब उड़ने लगा और मेरा भी बचपन का सपना पूरा हो गया | में जहाज की खिड़की से निचे की तरह देख रहा था की निचे कैसा दिखता है | मेरी पहली हवाई जहाज की यात्रा बहुत अच्छी रही | 2:30 घंटे बाद हम मुंबई पहुच गए | सबसे पहले हमने शिधिविनायाक गणपति जी के दर्शन किये क्युकी इन्ही के आशीर्वाद से हम हवाई जहाज में बेठे थे |
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