एक भूतिया कब्रिस्तान
कब्रिस्तान इस नाम को सुनने में ही डर लगता है | अगर आप से कोई कहे की एक रात आप कब्रिस्तान में रुकोगे तो आपको पुरे 50 हाजार रुपए मिलेंगे | तो क्या आप रुकोगे? नहीं न |
बंगाल में एक कब्रिस्तान है जो भूतो का कब्रिस्तान के नाम से महशूर है | इस कब्रिस्तान में रात को कोई भी नहीं जाता है और अगर कोई चला भी गया तो वापस लौट कर नहीं आया |
ये कब्रिस्तान जंगल से घिरा हुआ है | इस कब्रिस्तान में जाने का सिर्फ एक ही रास्ता है | बाकी चारो तरफ खौफनाक जंगल है | इस कब्रिस्तान को शाम 6 बजे के बाद बंद कर दिया जाता है |
इस कब्रिस्तान का रास्ता शुरू होते ही अजीब अजीब आवाजे सुनाई देती है | रास्तो पर डेली टोकटा पड़ा हुआ मिलता है | लेकिन ये नहीं पता की ये टोकटा कौन करता है |
अगर गलती से कोई भी इन टोकटो पर पैर रख देता है तो उनकी जिंदगी ज्यादा दिन तक नहीं रहती और उनके परिवार पर मुसीबत के काले बादल छा जाते है |
जब भी कोई लाश इस रस्ते से जाती है तो लोग बहुत संभल कर चलते है |
बीच रास्तो में गुड्डे और गुड़िया पड़ी रहती है इन गुड्डे और गुड़ियों पर लाल रंग लगा होता है | पेड़ो पर गुडिया उलटी लटकती हुई रहती है |
इस कब्रिस्तान के पीछे एक छोटा सा दलदल है | इस दलदल का पानी बिलकुल काला है | सुना है की ये दलदल लोगो को अपनी तरफ आकर्षित करता है |
एक बार कुछ लोग एक लाश को दफ़नाने आये थे | लोगो ने इस लाश को दफना दिया और चले गए लेकिन तीन लोग वहा रुक गए | ये तीनो इस दलदल को देखने गए थे |
जैसे ही ये तीनो इस दलदल के पास गए किसी चीज ने इन तीनो को दलदल में धक्का दे दिया और इनकी आवाज सुनकर कुछ लोग भाग कर इनके पास आये |
जैसे ही ये लोग इनको बचाने की कौशिश कर रहे थे तभी दलदल के उस पार एक भयानक चेहरा इनके सामने आया | ये इतना डरवाना था की ये सभी लोग उस चेहरे को देखकर भाग गए |
ये तीनो चिल्लाते रहे बचाओ बचाओ लेकिन किसी ने भी इन्हें नहीं बचाया और वो अपनी जान बचा कर भाग गए | इन तीनो की दलदल में डूब कर मौत हो गई |
कब्रिस्तान के इस दलदल में इस तरह बहुत लोगों की मौते हुई है | एक बार लोगों ने इस दलदल को खाली कर दिया था |
लेकिन अगले दिन ये दलदल वापस कीचड़ और पानी से भर गया |
इस कब्रिस्तान में लाईट तो है लेकिन रात में ये सभी लाईट अपने आप बंद हो जाती है | पूरा कब्रिस्तान और इसके रास्ते में बिलकुल अँधेरा छा जाता है |
रात 7 से 10 बजे के बीच इस कब्रिस्तान में बिलकुल सन्नाटा हो जाता है | इस कब्रिस्तान में तो रात में पंछी भी पैर नहीं रखता है |
इस कब्रिस्तान में रात 10 बजे के बाद तो बहुत तेज रोने और चिल्लाने की आवाजे आती है | रात में अंधेरो के बीच गुड्डे और गुड़िया की आंखे चमकती है |
क्या आपने पहले कभी ऐसे किसी कब्रिस्तान के बारे में सुना है? अगर हा तो हमे कमेंट में जरुर बताना |
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लेखक - तरुण कुमार
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